करीब दो दिन हिंसा की आग में झुलसने के बाद नेपाल में तख्तापलट हो चुका है. सोशल मीडिया बैन, भ्रष्टाचार और युवाओं की अनदेखी जैसे मुद्दों को लेकर भड़की हिंसा ने पूरे देश को अपनी जद में ले लिया. काठमांडू से लेकर वीरगंज तक अराजक हुए आंदोलनकारियों ने लोकतंत्र की सारी सीमाएं लांघ दी. GenZ के आक्रोश में ओली की सत्ता और करीब दो दशक की लोकतांत्रिक व्यवस्था घुटनों पर आ गई. हालांकि अब आतंरिक सुरक्षा की कमान खुद सेना ने संभाल ली है. अराजक तत्वों पर नकेल शुरू कर दी है. लेकिन इससे पहले नेपाल में जो कुछ हुआ उसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया. संसद दहन से लेकर, ओली के इस्तीफे तक नेपाल ने दो दिन के भीतर कई जख्म सहे।
नेपाल में Gen Z ने पूरा किया अपना काम…अब आगे क्या?
Nepal : नेपाल अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है, जहां सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के बाद युवाओं का प्रदर्शन उग्र हो गया। भ्रष्टाचार, असमानता और अवसरों की कमी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें 19 की मौत हो गई।
नेपाल में हुए दशक के इस सबसे बड़े प्रदर्शन की पटकथा 28 अगस्त को लिखी गई थी, जिसमें सरकार ने सोशल मीडिया ऐप्स को 7 दिनों के भीतर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में रजिस्टर कराने के लिए कहा था। इसके बाद 4 सिंतबर 2025 को सरकार ने फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम समेत 23 सोशल मीडिया ऐप्सपर पाबंदी लगा दी थी। 5 सितंबर से Gen Z युवाओं ने भ्रष्टाचार, असमानता और अवसरों की कमी को लेकर अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। आठ सितंबर की रात को नेपाल में कुछ ऐसा हुआ कि यह तारीख इतिहास में हमेशा-हमेशा के दर्ज हो गई।
पुलिस ने प्रदर्शन को कुचलने के लिए युवाओं पर फायरिंग की, जिसमें 19 युवाओं की जान चली गई और 500 से अधिक लोग घायल हुए। इसके बाद Gen Z युवाओं का प्रदर्शन उग्र हो गया। पीएम केपी शर्मा ओली समेत सरकार के तमाम नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
पूर्व पीएम की पत्नी को जिंदा जलाया
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी को जिंदा आग में जला दिया। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर पर भी हमला किया और पैसे सड़क पर फेंक दिए। इस घटना पर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्होंने यह पैसे इसलिए नहीं लिए कि उन्हें पैसे चाहिए थे, बल्कि इसलिए घर पर हमला किया गया है क्योंकि कई नेताओं के देश छोड़ने की सूचना आ रही थी।
